अयोध्या में स्थित श्री राम जन्मभूमि मंदिर (Ram Mandir Ayodhya) भारत की प्राचीन आस्था, संस्कृति और परंपरा का अद्भुत प्रतीक है। यह मंदिर भगवान श्रीराम की जन्मस्थली पर बना है, जिसका उल्लेख वाल्मीकि रामायण, स्कंद पुराण, पद्म पुराण और अन्य ग्रंथों में मिलता है। 22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ यह मंदिर करोड़ों राम भक्तों के लिए नवीन ऊर्जा और दिव्यता का केंद्र बन गया। इसकी भव्यता, वास्तुकला और पवित्र भूमि दर्शन करने वाले हर भक्त को गहन आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करती है।
राम जन्मभूमि का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अयोध्या में सरयू नदी तट पर इसी स्थान पर प्रभु श्रीराम का जन्म हुआ था। इस स्थल का वर्णन प्राचीन शास्त्रों में “साकेत” के रूप में भी मिलता है।
मध्यकाल में यहाँ मंदिर मौजूद था, जिसके बाद सैकड़ों वर्षों तक यह स्थल विवाद का विषय रहा। 1885 से लेकर 20वीं शताब्दी तक कई कानूनी इतिहास और दावे सामने आते रहे।
9 नवंबर 2019 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने ऐतिहासिक निर्णय देते हुए इस स्थान पर भव्य राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। इसके बाद 5 अगस्त 2020 को भूमि पूजन और 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई।
यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि भारत के सांस्कृतिक इतिहास में एक नई शुरुआत के प्रतीक के रूप में खड़ा हुआ है।
राम मंदिर अयोध्या भारतीय संस्कृति की आत्मा का केंद्र है। यह वह पवित्र भूमि है जहाँ धर्म, मर्यादा, आदर्श, करुणा और कर्तव्य की जीवनशैली का जन्म हुआ। भगवान श्रीराम को “मर्यादा पुरुषोत्तम” कहा जाता है, और उनकी जन्मभूमि का दर्शन भक्तों को सदाचार, संयम, कर्तव्य और समाज सेवा की प्रेरणा देता है। यह स्थल पीढ़ी-दर-पीढ़ी भक्ति, शक्ति और धर्म की ऊर्जा का संचार करता है।
राम जन्मभूमि का दर्शन करने से भक्तों में शांति, सद्भाव और दिव्यता की अनुभूति होती है। यह मंदिर उन सभी के लिए मोक्ष, धर्म, और जीवन के आदर्श मार्ग का प्रतीक है। 2024 में स्थापित रामलला विग्रह (बाल स्वरूप) को देखने वाले भक्त मानते हैं कि यहाँ दर्शन मात्र से जीवन में संतुलन, साहस और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
राम मंदिर भारतीय नागर शैली (North Indian Temple Architecture) में शिल्पित है।
| Category | Information |
|---|---|
| Darshan Timings | सुबह: 6:30 AM – 11:30 AMदोपहर/शाम: 2:00 PM – 7:00 PM |
| Aarti Timings | मंगला आरती: 4:00 AM (Special Pass)शृंगार आरती: 6:15 AMसंध्या आरती: 6:30 PM |
| Dress Code | सुसंस्कृत/शालीन वस्त्र (अनौपचारिक ड्रेस अवॉयड करें) |
| Photography | गर्भगृह में फोटोग्राफी प्रतिबंधित; परिसर में सीमित अनुमति |
| Prasad | उपलब्ध – भोग/प्रसाद काउंटर पर |
| Festivals | राम नवमी, दीपावली, जन्मोत्सव, कार्तिक पूर्णिमा, प्राण प्रतिष्ठा दिवस |
| Other Note | भीड़ अधिक होने पर दर्शन स्लॉट सीमित हो सकते हैं। दर्शन पास ऑनलाइन उपलब्ध। |
| Mode | Details |
|---|---|
| By Road | अयोध्या सड़क मार्ग से देश भर से जुड़ा है। लखनऊ – 135 किमी, वाराणसी – 220 किमी। |
| By Train | Ayodhya Dham Junction (AY) सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन है। |
| By Air | महार्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (Ayodhya Airport) — मंदिर से लगभग 8–10 किमी दूरी पर। |
राम मंदिर से संबंधित ताज़ा अपडेट्स और विशेष आयोजनों की जानकारी भी भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है। हाल ही में मंदिर में 25 नवंबर को आयोजित ध्वजारोहण समारोह चर्चा का विषय रहा, जिसमें भक्तों ने बड़ी श्रद्धा के साथ सहभागिता की। इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ देखें —